मेरे धड़कते सीने में
लिपटी सपनों की तरह
हज़ारों ख्वाइशें ऐसी
जो महके चनदन जैसी
मेरे नयनो में बसे
मीठे ख्वाब हो जैसे
अरमानो से भरे
खिले फूलों जैसे
मधुर गीतों की तरह
छेड़े सुरीले तराने
दिल गुदगुदाए
प्रीत के हैं प्यासे
तेरी मुस्कान करे राज
मेरे दिल की बगिया पे
पिघलती मेरी साँसे
मिश्री सी घुलती जाये
स्नेहिल स्पर्श छू जाये
अंतर्मन तब मुस्काये
हज़ारों ख्वाइशें ऐसी
मोगरे की खुशबु जैसी
~ १८/११/२०१५~
©Copyright Deeप्ती
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