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Monday, 23 January 2012

चक्रव्युह


जीवन के चक्रव्युह में
आखिर फंस ही गए
बुद्ध बनने चले थे
कामदेव के वश में हो गए

सृष्टि का विनाश होगा
हर दिल में आक्रोश होगा
सृजन कि कहाँ बात करें
मानव का अब पतन होगा

थर्थाराएगा जलजलों से
जल जायेगा ज्वालामुखी से
हरियाली कि कहाँ बात करें
कुरूप इसका रूप होगा..

जीवन का चक्रव्यूह
अब अपना खेल रचाएगा
तहस नहस हो अब
नया जीवन बनाएगा.....!!

~२३/०१/२०१२~

Sunday, 15 January 2012

New Life


http://www.google.co.in/imgres?q=new+life&um=1&hl=en&fhp=1&biw=1280&bih=859&tbm=isch&tbnid=olo_-MOWDQJSNM:&imgrefurl=http://stefano83.deviantart.com/art/A-new-life-67126660&docid=NSLWFVFZiNw7sM&imgurl=http://www.deviantart.com/download/67126660/A_new_life_by_Stefano83.jpg&w=465&h=700&ei=iNQTT8D-LIKyrAff5ZD0Dg&zoom=1

Something magical was about 
last night
stars gazed at the 
glistening body
cool breeze carresed
the curves
dew drops settled on
raised mountains
river of nectar 
over flowed
letting the
raindrops seep in earth
planting  a  seed
deep inside...!

~16/01/2012~

Thursday, 12 January 2012

Blank Thoughts.




Mesmerizing greens
unwinding curvy road
careless chirping
wheels buzzing
melodious singing
Heart beats galloping
Fresh rain-drops on earth
aroma arising
blank thoughts
filling the mind....!!!




~12/01/2012~

Tuesday, 3 January 2012

तड़प !!


अक्सर नम हो जाती हैं आँखें याद उन्हें कर के
कालिख सी खिंच जाती है काजल के बह जाने से
सिरहन दौड जाती है महसूस उन्हें करते ही
तड़प जाती हूँ मैं नींद में भी ....

हे प्रिय ! कहाँ हो ?
नज़रें बिछाये बैठी हूँ
आंसूं थामे बैठी हूँ
भर्रायी आवाज़ छुपाये बैठी हूँ...

थाम लो आकर बाहों में
छुपा लो अपनी साँसों में
समेट लो अपनी धडकन में
बाँध लो अपने आगोश में...

नम आँखों को फिर भर जाने दो
काजल को ज़रा और बहने दो
प्रेम में अपने समेट कर
सिरहन को और बड़ा दो...!!!!

~०३/०१/२०१२~