हे कृष्णा! छुपा ले
मुझे अपने आँचल में
दे दे मुझको आसरा
अपने चरणों का
होने दे मुझको मुझसे
ही जुदा
करने दे दीदार अब
मुझको मेरा
दिखा दे राह अब तो
मुझे
कब तक भटकूंगी यहाँ
वहाँ
तेरे चरणों की धुनी
सजा
लूं माथे पे अपने
थाम ले मुझको अब तो
ज़रा
करा दे दीदार मुझसे
मेरा....
~~18/04/2012~~